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मैग्नीशियम की चर्चा क्यों बढ़ी? जानिए शरीर के लिए क्यों है यह ज़रूरी

इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #Magnesium हैशटैग के साथ हज़ारों पोस्ट सामने आ रही हैं। फिटनेस और हेल्थ इंफ्लुएंसर्स मैग्नीशियम को “सुपर मिनरल” कह रहे हैं, जिससे आम लोगों में भी इसे लेकर जागरूकता बढ़ी है। लेकिन सवाल ये है कि क्या यह चर्चा वाकई सही है? क्या मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना बताया जा रहा है? और कैसे पता लगाया जाए कि हमारे भोजन में इसकी पर्याप्त मात्रा मौजूद है या नहीं?

ब्रिटेन की डायटेटिक एसोसिएशन की सलाहकार आहार विशेषज्ञ रेबेका मैक्मैनमोन के अनुसार, “अगर आप रोज़ाना बिना नमक वाले मेवे, साबुत अनाज, विभिन्न प्रकार की फलियां, हरी सब्ज़ियां और फल का सेवन करते हैं, तो संभव है कि आप प्राकृतिक रूप से ही पर्याप्त मैग्नीशियम प्राप्त कर रहे हों।”

मैग्नीशियम क्या है और क्यों ज़रूरी है?

मैग्नीशियम एक आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrient) है जो शरीर में कई बुनियादी शारीरिक क्रियाओं में भाग लेता है। यह न सिर्फ कोशिकाओं के कार्य को नियंत्रित करता है, बल्कि मस्तिष्क, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के संतुलन में भी मदद करता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मूड को स्थिर बनाए रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाता है।

किन चीज़ों में मिलता है मैग्नीशियम?

मैग्नीशियम प्राकृतिक रूप से कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ (जैसे पालक, मेथी) इस मिनरल का प्रमुख स्रोत हैं क्योंकि यह क्लोरोफिल में पाया जाता है – वही तत्व जो पौधों को हरा रंग देता है।

इसके अलावा:

  • साबुत अनाज: ब्राउन राइस, ओट ब्रान, बाजरा
  • मेवे और बीज: काजू, बादाम, चिया सीड्स, कद्दू के बीज
  • फलियाँ और दालें: राजमा, चने, मूंग
  • अन्य स्रोत: ब्राज़ील नट्स, कुछ मछलियाँ और दूध उत्पाद

क्या आम भोजन से मिल सकती है ज़रूरी मात्रा?

ब्रिटेन की डायटेटिक एसोसिएशन की सलाहकार आहार विशेषज्ञ रेबेका मैक्मैनमोन के अनुसार, “अगर आप रोज़ाना बिना नमक वाले मेवे, साबुत अनाज, विभिन्न प्रकार की फलियां, हरी सब्ज़ियां और फल का सेवन करते हैं, तो संभव है कि आप प्राकृतिक रूप से ही पर्याप्त मैग्नीशियम प्राप्त कर रहे हों।”

कितनी होती है ज़रूरत?

  • महिलाओं के लिए: 310 से 320 मिलीग्राम प्रतिदिन
  • पुरुषों के लिए: 400 से 420 मिलीग्राम प्रतिदिन

हालांकि, यह आवश्यकता उम्र, स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी निर्भर करती है।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण

  • लगातार थकावट महसूस होना
  • मांसपेशियों में अकड़न या ऐंठन
  • नींद की समस्या
  • चिड़चिड़ापन या तनाव
  • भूख में कमी

क्या सप्लिमेंट्स ज़रूरी हैं?

यदि संतुलित आहार नहीं लिया जा रहा है, तब कुछ मामलों में डॉक्टर की सलाह से मैग्नीशियम सप्लिमेंट्स लिए जा सकते हैं। लेकिन बिना जांच या विशेषज्ञ की सलाह के इनका सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

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